My sketchings

दुआ..

               दुआ..

                उठे हैं जो हाँथ आज दुआओं में तो मत रोको,
                बिखरी हूँ मैं मुझे...पनाहों की जरुरत है....
                ईश्वर की गोद तो सूनी है मुझे सुलाने के लिए,
                मेरे ही समर्पण और दुआओं की जरुरत है !!
 हे ईश्वर,
     मैं सच्चे और पवित्र मन से आपकी आभारी हूँ कि आपने मुझे दुनिया में रहने लायक बेहतर जगह प्रदान की! मुझे इस काबिल बनाया कि मैं अन्याय से लड़ सकूँ! मुझे इतना शक्तिशाली बनाया की में हर परिस्थिति में खुद को सम्हाल सकूँ, हर गलत काम का विरोध कर सकूँ!
             दुनिया में छल, कपट, बेईमानी, धोखा, कायरता, स्वार्थ होने के बाबजूद मुझे प्यार, अहिंसा,न्याय, सच्चाई और अच्छाई जैसी शक्तियाँ प्रदान की! मुझे प्राणिमात्र से आत्मीयता का भाव रखना सिखाया! मुझे हर पल मुस्कुराना और हर दिन जीना सिखाया! मुझे इस लायक बनाया कि मैं अपनी हर जरुरत पूरी कर सकूँ! मेरे अन्दर इतना प्यार दिया कि कभी मुझे प्यार की कमी महसूस न हो! मुझे फैसले लेना सिखाया उन फैसलों पर आगे बढ़ना सिखाया!
           मुझे सपने देखने की ताकत दी और उन सपनों को पूरा करना सिखाया! प्रकृति को इतना खूबसूरत बनाया की मुझे इसके हर रूप, हर रंग से प्यार हो गया! मुझे कुदरत से बातें करने,जुड़ने और समझने का मौका दिया! मुझे मुझसे जुड़ने और मुझे समझने का हौसला दिया!मुझे दर्द झेलने की शक्ति दी! और हर पल से अनुभव लेना सिखाया!            
 मेरी आपसे यही प्रार्थना है की मेरे मन को हमेशा पाक रखना! मेरे अन्दर की पवित्रता और मासूमियत को हमेशा जिन्दा रखना!मेरी हर सोच को सही दिशा प्रदान करना! मुझे सारी बुराइयों से दूर नहीं बल्कि उनसे लड़ने की शक्ति प्रदान करना!
         मेरी नजरों को इतना दूरदर्शी और तेज बनाना कि मैं सारे गलत रास्तों को छोड़कर सही रास्ता चुन सकूँ! मुझे इतनी शक्ति देना कि जब मैं गलत करूँ तो खुद को बदल सकूँ और जब दुनिया गलत करे तो दुनिया को बदल सकूँ! आपने सही फैसले लेने की जो ताकत मुझे दी है, मैं उस पर अडिग रह सकूँ! मैं अपने नाम,अपनी पहचान को कायम रख सकूँ! मैं कुदरत से और भी ज्यादा गहराई से जुड़ सकूँ!
         मुझे इतना साहस देना कि मैं आपकी दी हुई शक्तियों का सही दिशा में असीमित प्रयोग कर सकूँ!मैं इस ख़ूबसूरत और खुशनुमा जिन्दगी के लिए आपकी शुक्रगुजार हूँ! दुनिया में रहने वाले हर प्राणी पर आपकी ऐसी ही कृपा होगी, इसी दुआ के साथ मैं अपनी भावनाओ को आपको समर्पित करती हूँ!!


       एकता नाहर 

5 Response to "दुआ.."

  1. veer vijay vikram bahadur pratap singh sikarwar says:
    October 22, 2010 at 9:02 PM

    bahut accha hai

  2. veer vijay vikram bahadur pratap singh sikarwar says:
    October 22, 2010 at 9:05 PM

    कुछ मांगो अगर तो मांगो सचे दिल से
    एक दुआ से अक्सर तकदीर बदल जाती है

  3. Vaibhav Khare says:
    October 27, 2010 at 12:46 PM
    This comment has been removed by the author.
  4. Vaibhav Khare says:
    October 27, 2010 at 12:47 PM
    This comment has been removed by the author.
  5. Vaibhav Khare says:
    October 27, 2010 at 12:48 PM

    Thoda Sa Bharosa Thoda Sa Prayas, Thodi Si Dua Thoda Sa Ahsaas,
    Badhoge Thos Kadamo Se Jab, Agle Hi Mod Pe Manzil Lagegi Tere Hath...

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